Wednesday 26 June 2013

जेक्वेरी मोबाइल कुकबुक


अनुराग गुप्ता

हाल ही में मुझे पैक्ट प्रकाशन की जेक्वेरी मोबाइल कुक बुक का अध्ययन करने का मौका मिला।आज मैं इसी पुस्तक के विषय में बताने जा रहा हूं। जिन्हे जेक्वेरी के विषय में नही पता है उन्हे बता दूं कि जेक्वेरी एक जावास्क्रिप्ट फ्रेमवर्क है। इसकी मदद से हम साफ सुथरे और व्यवस्थित कोड लिखकर अपना काफी समय बचा पाते हैं। जेक्वेरी हमें लंबे जावास्क्रिप्ट कोड लिखने से बचाता है। इसी जेक्वेरी की एक शाखा है “जेक्वेरी मोबाइल”। जेक्वेरी मोबाइल की सहायता से हम बड़ी ही आसानी से क्रास ब्राउजर, क्रास डिवाइसेज़ मोबाइल वेबसाइटें बना पाते हैं। ढेरों किस्म के मोबाइल होने की वजह से ऐसी साइट बना पाना जो ज्यादातर डिवाइसों में ठीक ढंग से दिखे एक टेढ़ी खीर है। ऐसे में जेक्वेरी मोबाइल हमारे काम आ जाता है। यूं तो मैंने जेक्वेरी मोबाइल पर थोड़ा बहुत पहले भी काम किया था। पर जब पैक्ट प्रकाशन की इस पुस्तक को देखा तो लगा कि जैसे मैं जेक्वेरी मोबाइल के विषय में कुछ जानता ही नही हूं। कुक बुक प्रकार की पुस्तकें टुटोरियलों के संग्रह की तरह होती हैं। सो यह पुस्तक भी है। किन्तु टुटोरियल इस क्रम से सजाए गए हैं कि यह किसी भी नए बंदे के लिए शुरुआत करने और उसमें माहिर होने के लिए मददगार होगी। पहला अध्याय एकदम शुरुआत करने से शुरू होता है। और धीरे धीरे टूलबार, फार्म, इवेंट आदि से होते हुए एचटीएमएल फाइव के उन्नत फीचरों तक पहुंचा देता है। ज्यादातर लेखों में स्क्रीनशॉट्स हैं। स्क्रीनशाट्स की वजह से चीजें और भी अधिक अच्छे से समझ में आती हैं। असली दुनिया की वेबसाइटों में जिन फीचरों की मांग होती है उन फीचरों के संबंध में विस्तार से वर्णन है। यूं तो पुस्तक ज्यादा मोटी नही है मात्र ३२० पन्नों की है किन्तु यह कुकबुक है यानि कि विधियों से भरी हुई। यदि आप इसे अच्छे से पढ़ना चाहेंगे तो हर एक लेख को प्रयोग द्वारा समझते समझते काफी समय लग सकता है। यानि कि गागर में सागर समाया हुआ है। यदि आप वेब डिजाइनर हैं और मोबाइल साइटें बनाना सीखना चाहते हैं तो जेक्वेरी मोबाइल कुकबुक का अध्ययन अवश्य करें। यह नए लोगों और अनुभवी लोगों दोनो के लिए उपयोगी पुस्तक है। (अंतर्जाल डॉट इन से साभार)

स्फुट प्रवाह
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देश को प्रणाम है - इं.अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
मुमताज महल - डॉ. सुरेश वर्मा
किन्तु मन हारा नहीं - श्याम श्रीवास्तव
आम आदमी के दर्द के आलेख - सुमित्र
सलिला: 'खुले तीसरी आँख - संजीव 'सलिल'
बिखरे मोती - समीर लाल 'समीर'
चुटकी-चुटकी चाँदनी - संजीव वर्मा 'सलिल'
आकाश तुम्हारा होगा - महावीर रवांल्टा

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