Saturday 20 December 2014

सड़क छाप सुबह / जयप्रकाश त्रिपाठी



रविवार तड़के पांच की सुबह,कोहरे के संग नंगनाच की सुबह,उधर अलाव, ऊनी रजाई, सूरज,कैसे सुलगे सड़क छाप की सुबह !