Sunday 17 May 2015

सोशल साइटों पर यौन उत्पीड़न

फेसबुक और ट्विटर मित्रों के लिए ये बड़े काम की जानकारी हो सकती है। जरा संभल संभल कर चलने की जरूरत है। सोशल साइट्स ट्विटर और फेसबुक निजी जीवन को दूषित भी कर रही हैं। एक अध्ययन में पता चला है कि ट्विटर पर उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। नारीवादी कार्यकर्ता समूह वूमैन, एक्शन एंड द मीडिया (वैम) के अध्ययन के मुताबिक लगभग एक चौथाई के आस-पास युवा पुरुषों और महिलाओं को शारीरिक रूप से ऑनलाइन धमकी दी जाती है और एक चौथाई युवा महिलाओं का यौन उत्पीड़न हो रहा है। फेसबुक पर दोस्ती कर गाजियाबाद के एक सिपाही के बेटे ने तो छात्रा से दुराचार किया। कल उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सोशल मीडिया में जरायम किस्म के लोगों की भी बाढ़ आई हुई है।