Saturday 13 September 2014

जन्नत में आंसुओं का सैलाब, फिर से हालात और गंभीर होने के संकेत


जन्नत में आंसुओं का सैलाब, फिर से हालात और गंभीर होने के संकेत


जन्नत में आंसुओं का सैलाब, फिर से हालात और गंभीर होने के संकेत


जन्नत में आंसुओं का सैलाब, फिर से हालात और गंभीर होने के संकेत


जन्नत में आंसुओं का सैलाब, फिर से हालात और गंभीर होने के संकेत





















हिंदी हैं हम वतन है हिंदोस्तां हमारा, फिर भी
सिर-माथे हो सबका ज्ञान, सबकी भाषा का सम्मान