Tuesday 23 September 2014

अंग्रेजी के पत्रकारों को भरपूर सहुलियतों के साथ काम करने की आदत

‘साहित्य के साथ-साथ पत्रकारिता के माध्यम से भी हिंदी का प्रचार प्रसार हुआ है। हिंदी साहित्य हिंदी भाषा के विकास की जड़ है। भूमंडलीकरण का जितना लाभ हिंदी को हुआ है, उतना शायद भारतीय उपमहाद्वीप की किसी अन्य भाषा को नहीं हुआ है। हिंदी के अखबार, हिंदी फिल्मों की सफलता और हिंदी के टीवी सीरियल की लोकप्रियता इसके उदाहरण हैं।’ ये बात वरिष्ठ पत्रकार अभय कुमार दुबे ने 'हिंदी का प्राइम टाइम' विषय नामक एक परिचर्चा में कही।
'हिंदी का प्राइम टाइम' नाम की इस परिचर्चा का आयोजन वाणी प्रकाशन, ऑक्सफोर्ड बुक स्टोर और इंडिया टुडे ग्रुप डिजिटल ने साथ मिलकर 19 सितंबर को किया था। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पत्रकारिता के महारथी प्रो. सुधीश पचौरी, अभय कुमार दुबे और प्रियंका दुबे शामिल हुईं।
कार्यक्रम के दौरान रामनाथ गोयनका सम्मान से सम्मानित युवा पत्रकार प्रियंका दुबे ने कहा कि हिंदी का पत्रकार हर परिस्थिति में कार्य करने की क्षमता रखता है, लेकिन
अंग्रेजी के पत्रकार को भरपूर सहुलियतों के साथ काम करने की आदत होती है। हिंदी का पत्रकार मल्टी टास्किंग कर सकता है। अंग्रेजी के पत्रकार के लिए अ्पने कार्य को ही पूरा करना बड़ी बात होती है। उन्होंने आगे कहा कि हिंदी के संपादक जल्दी ही वरिष्ठ हो जाते हैं, जबकि अंग्रेजी के संपादक लंबे समय तक कार्य करते हैं और टीम को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी पत्रकारिता से ज्यादा अंग्रेजी पत्रकारिता में आमदनी है।
कार्यक्रम के दौरान प्रियंका दुबे की इस बात पर प्रो. सुधीर पचौरी व अभय कुमार दुबे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम से कई लोग अंग्रेजी के क्षेत्र में अपना करियर आसानी से बना लेते हैं, लेकिन जिस तेज गति से हिंदी भाषा का विस्तार हो रहा है उसे देखकर यही लगता है आने वाले वर्षों में हिंदी अपने चरम पर होगी।
कार्यक्रम का संचालन युवा लेखक प्रभात रंजन ने किया। कार्यक्रम में हिंदी साहित्य, पत्रकारिता के पहलुओं और इनके माध्यम से विश्व को जोड़ने की कोशिश पर बातचीत हुई। कार्यक्रम के दौरान वाणी प्रकाशन की निदेशक (कॉपीराइट एवं अनुवाद विभाग) अदिति माहेश्वरी भी मौजूद थी।
यह कार्यक्रम वाणी प्रकाशन और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर के नए गठबंधन के तहत हुआ। इसके तहत ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर ने पहली बार हिंदी पुस्तकों को पूरे देश में अपने बुक स्टोर में स्थान देने का निर्णय लिया है।

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