शिवानी शिंदे
अगर आप किताबों और अखबारों को पलटने के झंझट से मुक्ति पाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए किंडल एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। अमेजन कंपनी द्वारा तैयार ई-बुक 'किंडल' एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से आप कुछ ही सेकंड में किसी किताब या अन्य जानकारी हासिल कर सकते हैं। किंडल की मार्केटिंग करने वाली सर्च इंजन फर्म कम्युनिकेट-2 के मुख्य कार्याधिकारी विवेक भार्गव कहते हैं कि उनके द्वारा खरीदा गया यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है। पूरी दुनिया में 280,000 किताबों और 85 अखबारों को किंडल महज 60 सेकंड में डाउनलोड कर सकता है। यह ऐसा सर्वश्रेष्ठ गैजेट हो सकता है जिसे आप पास रखना जरूर पसंद करेंगे। इसके अलावा इसका वजन महज 10.2 औंस या 290 ग्राम है। भार्गव को इस बात का अफसोस था कि उन्होंने अमेरिका में निफ्टी टूल खरीदा था, जो वायर के बगैर किताबों को डाउनलोड नहीं कर सकता था। लेकिन अब भार्गव जैसे उपभोक्ताओं के चेहरे पर मुस्कान देखी जा सकती है। अमेजन ने 100 देशों में किंडल को लॉन्च किया है जिससे भारत में भी इसकी उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है। कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय कीमतें 279 डॉलर से घटा कर 259 डॉलर कर दी हैं। अगर आप भारत में किंडल रीडर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इसमें 20 डॉलर (लगभग 940 रुपये) का शिपिंग शुल्क और 24 फीसदी का सीमा शुल्क शामिल होगा। इस तरह से इस गैजेट के लिए आपको लगभग 17,000-18,000 रुपये खर्च करने होंगे। हालांकि यह उपकरण अमेजन यूएस द्वारा भेजा जाएगा, इसलिए यह आपके पास 27 दिनों में पहुंचेगा। एक रीडर के लिए पुस्तक की अमेरिकी कीमत चुकानी होगी जिसका मतलब है आपको कुछ और जेब ढीली करनी होगी। किंडल बुक्स की निदेशक लॉरा पोर्को कहती हैं, 'कीमत रेंज श्रेष्ठ विक्रेताओं के लिए 99 सेंट से 5 डॉलर, और 11.99 डॉलर तक कम है। इसके अलावा हम पेंग्विन जैसे भारतीय प्रकाशकों और लेखकों के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि उनके कार्यों को ई-रीडर के लिए अमेजन पर डाला जा सके।' अमिताभ घोष, अरुंधती रॉय और रस्किन बॉन्ड जैसे लेखक किंडल पर पहले से ही मौजूद हैं। पोर्को ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी कुछ भारतीय अखबारों को भी किंडल पर जोड़ना चाहती है। किंडल में फॉन्ट का आकार बढ़ाने, किसी शब्द का मतलब देखने और नोट्स आदि जैसी कई विशेषताएं शामिल हैं।
किंडल 2जीबी मेमोरी के साथ आता है और यह 1500 किताबों को रख सकता है। इसकी बैटरी वायरलेस टर्न्ड ऑफ के साथ दो सप्ताह तक और वायरलेस ऑन के साथ सिंगल चार्ज पर चार दिन तक चलती है। एक अच्छी बात यह भी है कि अमेजन ने सभी वायरलेस सेवाओं को इस पर बिना अतिरिक्त शुल्क के मुहैया कराया है। कंपनी अपने वैश्विक पार्टनर एटीऐंडटी के साथ मिल कर काम करती है। पोर्को कहती हैं, 'ग्राहकों के लिए यह बेहद उपयोगी है, क्योंकि यह कहीं भी कनेक्ट हो जाता है और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं चुकाना पड़ता।' हालांकि पोर्को ने भारत या विदेशों में इसकी बिक्री का कोई निश्चित आंकड़ा देने से इनकार कर दिया। वे कहती हैं, 'मैं इसकी जानकारी आपको तभी दे सकती हूं जब पुस्तक किंडल और फिजीकल फॉर्मेट दोनों पर उपलब्ध हो। फिजीकल फॉर्मेट में बेची जाने वाले प्रत्येक 100 पुस्तकों में से 48 किंडल पर बेची जाती हैं। ग्राहकों से मिली प्रतिक्रिया में कहा गया है कि हम इसे तेजी से पढ़ने में सक्षम हैं, क्योंकि इसे कहीं भी ले जाया और पढ़ा जा सकता है।' संयोगवश, जब 2007 में किंडल को लॉन्च किय गया था तो यह पहला ई-बुक रीडर डिवाइस नहीं था, लेकिन इसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं करना पड़ा था। किंडल के लॉन्च से पहले तक बाजार में ई-बुक रीडर की ज्यादा मांग नहीं थी। लेकिन अब बर्नेस ऐंड नोबल जैसी अन्य कंपनियां भी मैदान में हैं। इसने 'नूक' को लॉन्च किया है जो उपयोगकर्ताओं को अपनी इलेक्ट्रॉनिक पुस्तकों को अपने उन मित्रों को भेजने की भी अनुमति देता है जिन्होंने बर्नेस ऐंड नोबल का ई-रीडर एप्लीकेशन अपने मोबाइल डिवाइस या पर्सनल कंप्यूटर पर इंस्टॉल कर रखा हो।
No comments:
Post a Comment