Saturday, 22 June 2013

उन्होंने कहा था


  • भारतीय लेखक बहुत लापरवाह होते हैं, परिश्रम नहीं करते : अल बिरूनी 


  • किताब से ही दुनिया के शुरू का हाल मालूम होता है : जवाहर लाल नेहरू 


  • हम बच्चे ज्यादा, किताबें कम पैदा करते हैं : गुलजार


  • इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हिंदी साहित्य पर भारी पड़ रहा है : पंकज बिष्ट


  • लेखक में प्रतिभा है तो सब कुछ है, और नहीं है तो ठेंगा : हरिवंश राय बच्चन


  • हिंदी के ज्यादातर लेखक अंग्रेजी लेखकों की नकल करते हैं : मैत्रेयी पुष्पा 


  • हिंदी की बाल-पुस्तकें अंग्रेजी बाल-पुस्तकों के बरक्स विश्‍व मानदंड छू रही हैं : रमेश तैलंग 


  • दिल्ली का सादतपुर बाबा नागार्जुन की कविताओं पर टिका है : राधेश्याम तिवारी 
  • एक दिन ऐसा आएगा कि इंटरनेट पर भी हिंदी छा जाएगी : रवींद्र कालिया


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