Saturday, 15 February 2014

बचपन / निलिम कुमार



चींटियों से बाँबी और उसके क़रीब
बाँसों के कुटुम्ब
बड़ी उम्र के नर, मोहक मादा
और, उनकी झालरें थामते हुए शिशु
हम उनके क़रीब खेला करते, उनकी टहनियों और पत्तों के करीब।
उनकी छायाओं के पास
उनके संग हमें खेलते देख बड़ी उम्र के नर गुर्राने लगते.
मेरी छोटी बहन बाँबी पर बैठी थी,
अपनी छाती पर नन्हें स्तनों के चिह्न लिए।

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