Monday, 1 July 2013

भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार


भारत की साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के विकास के लिये सक्रिय कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। इसका गठन १२ मार्च १९५४ को भारत सरकार द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं और भारत में होनेवाली साहित्यिक गतिविधियों का पोषण और समन्वय करना है। सन् 1954 में अपनी स्थापना के समय से ही साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। पहली बार यह पुरस्कार 1955 में माखनलाल चतुर्वेदी को हिम तरंगिणी (काव्य) पर दिया गया था। उसके बाद वासुदेव शरण अग्रवाल, आचार्य नरेन्द्र देव, राहुल सांकृत्यायन, रामधारी सिंह 'दिनकर', सुमित्रानंदन पंत, भगवतीचरण वर्मा, अमृत राय, अज्ञेय, डॉ. नगेन्द्र, जैनेन्द्र कुमार, अमृतलाल नागर, हरिवंशराय बच्चन, श्रीलाल शुक्ल, राम विलास शर्मा, नामवर सिंह, भवानीप्रसाद मिश्र, हज़ारी प्रसाद द्विवेदी, शिवमंगल सिंह सुमन, भीष्म साहनी, यशपाल, शमशेर बहादुर सिंह, भारतभूषण अग्रवाल, धूमिल, कृष्णा सोबती, त्रिलोचन, हरिशंकर परसाईं, सर्वेश्वरदयाल सक्सेना, रघुवीर सहाय, निर्मल वर्मा, केदारनाथ अग्रवाल, श्रीकांत वर्मा, नरेश मेहता, केदारनाथ सिंह, शिव प्रसाद सिंह, गिरिजाकुमार माथुर, गिरिराज किशोर, विष्णु प्रभाकर, अशोक वाजपेयी, कुंवर नारायण, सुरेन्द्र वर्मा, लीलाधर जगूड़ी, अरुण कमल, विनोद कुमार शुक्ल, मंगलेश डबराल, अलका सरावगी, राजेश जोशी, कमलेश्वर, वीरेन डंगवाल, मनोहर श्याम जोशी, ज्ञानेन्द्रपति, अमरकांत, गोविन्द मिश्र आदि को दिया जा चुका है।

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