याशर एल्मा की वकील दिलबर देमिरेल कोर्ट के इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देंगी। उनका तर्क है कि 'आलोचना' और 'अपमान' में फर्क होता है। कोर्ट को दोनों का अंतर स्पष्ट करना चाहिए। तुर्की में किसी गैरसरकारी व्यक्ति का अपमान करने पर तीन माह की कैद का प्रावधान है। सरकारी कर्मचारी का अपमान करने पर सजा की अवधि एक वर्ष या उससे अधिक हो सकती है।
याशर एल्मा ने मीडिया को एक व्यक्तिगत बातचती के दौरान बताया कि उन्होंने तो सिर्फ राष्ट्रपति के बारे में लिखी एक टिप्पणी को पढ़कर उसे लाइक कर दिया था। इसके आधा घंटा बाद उन्होंने अपना ’लाइक’ हटा भी लिया था। इसी दौरान उनके पास पुलिस टीम पहुंच गई। भला उन्हें क्या पता था कि फेसबुक पर टिप्पणी लाइक करना भी जुर्म है।
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