मुंबई में पिछले दिनों शबाना आजमी के एनजीओ मिजवान वेलफेयर सोसायटी ने एक फैशन शो का आयोजन किया।
मिजवान शबाना के पिता मशहूर शायर कैफी आजमी का पैतृक गांव था।
गांव के लिए पैसा एकत्र करने के लिए शबाना ने ये फैशन शो आयोजित किया। शबाना के इस शो में रैंप पर उतरे बॉलीवुड के नामचीन कई सितारे।
इससे लगता है कि गिरावट कहां तक पहुंच गई है। कैफी साहब ने ऐसा सोचा भी न होगा कि एनजीओ और पैसे की खातिर उस कैफी आजमी की शख्सियत को इतनी फूहड़ और गैरजिम्मेदाराना पहचान दी जाएगी। हैरत इस बात की भी है कि इस रैंप पर शबाना के पति वो जनाब जावेद अख्तर भी उतरे, जिन्हें जनवादी विचारों के लिए फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, पूरे साहित्यिक-सामाजिक परिवेश और सियासत में बड़ा पुख्ता माना जाता रहा है।
मिजवान शबाना के पिता मशहूर शायर कैफी आजमी का पैतृक गांव था।
गांव के लिए पैसा एकत्र करने के लिए शबाना ने ये फैशन शो आयोजित किया। शबाना के इस शो में रैंप पर उतरे बॉलीवुड के नामचीन कई सितारे।
इससे लगता है कि गिरावट कहां तक पहुंच गई है। कैफी साहब ने ऐसा सोचा भी न होगा कि एनजीओ और पैसे की खातिर उस कैफी आजमी की शख्सियत को इतनी फूहड़ और गैरजिम्मेदाराना पहचान दी जाएगी। हैरत इस बात की भी है कि इस रैंप पर शबाना के पति वो जनाब जावेद अख्तर भी उतरे, जिन्हें जनवादी विचारों के लिए फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, पूरे साहित्यिक-सामाजिक परिवेश और सियासत में बड़ा पुख्ता माना जाता रहा है।
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