Friday, 19 December 2014

चुगली / जयप्रकाश त्रिपाठी

बहुत देखा है हवाओं का दिशाएं बदलना
और पानी का समय पर तैरना,
आईने की चुगली, खुसर-फुसर,
चेहरे पर चेहरे रंगना-चढ़ना-उतरना... 

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