वरिष्ठ टीवी पत्रकार राजदीप सरदेसाई की उत्साह से भरी एक ट्वीट उनके गले की फांस बनती जा रही है। मोदी सरकार के कैबिनेट एक्सपेंशन के बाद उन्होंने जो ट्वीट किया, उसको लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, इतना ही नहीं उनके साथ के सीनियर जर्नलिस्ट ने उन पर सवाल उठाए हैं। कभी सीएनएन-आईबीएन के सहयोगी चैनल सीएनबीसी आवाज में सीनियर पोजीशन पर काम कर चुके और इंडिया टुडे के पूर्व मैनेजिंग एडिटर दिलीप मंडल ने भी दिलीप सरदेसाई की इस ट्वीट पर सवाल उठा दिए हैं।
आखिर क्या था राजदीप सरदेसाई की इस ट्वीट में? उससे पहले आपको जानना होगा कि राजदीप सरदेसाई देश के एक महान क्रिकेटर दिलीप सरदेसाई के बेटे हैं और जाति से सारस्वत ब्राह्मण हैं। विकीपीडिया पर जो सारस्वत ब्राह्मण की लिस्ट दी गई है, उसमें जाति के प्रख्यात लोगों की लिस्ट भी दी गई है। उसमें इलेक्ट्रोनिक मीडिया के दिग्गज के तौर पर राजदीप सरदेसाई का नाम लिखा हुआ है। ये जाति का जिक्र क्यों? यही सवाल तो दिलीप मंडल ने अपने फेसबुक पेज पर उठाया है, काफी हद तक आपको वाजिब भी लगेगा। अगर ना भी लगे तो बहस का इश्यू तो है ही।
दरअसल हुआ यूं कि जब मोदी कैबिनेट का एक्सपेंशन हुआ और मनोहर पर्रिकर और सुरेश प्रभु समेत सारे मंत्रियों ने शपथ ले ली तो राजदीप सरदेसाई ने एक ट्वीट किया, आप भी पढ़िए, “Big day for my goa. Two GSBs, both talented politicians become full cabinet ministers. Saraswat pride!! @manoharparrikar and Suresh Prabhu.”। साफ था जितना वो गोवा के लिए खुश हैं, उससे ज्यादा उनको इस बात का गौरव है कि सारस्वतों का सम्मान बढ़ा है क्योंकि दो-दो सारस्वत ब्राह्मण मोदी की केबिनेट में मंत्री बने हैं। उनके जीएसबी का मतलब है गौड़ सारस्वत ब्राह्मण। इसके बाद ही उनके ट्वीट्स पर लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए, जिसके उन्हें आदत सी पड़ गई है,मोदी ब्रिगेड के वो निशाने पर पहले से रहे हैं। लेकिन अक्सर जातिवाद पर सवाल उठाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और राजदीप से पहले इंडिया टुडे ग्रुप से जुड़े रहे दिलीप मंडल ने सवाल उठाया तो बात ट्विटर से फेसबुक पर आ गई।
दिलीप मंडल ने लिखा है, “ सारस्वत ब्राह्मण कुल गौरव राजदीप हैप्पी क्यों हैं? ऐसा नहीं करके भी आप जातिवादी क्यों हैं? अभी एक कुशवाहा जी, या यादव जी,या जाटव जी, या कुर्मी जी, या जायसवाल जी राजदीप की तरह ऐसा मैसेज लिख दें तो.....हो जाएंगे कि नहीं जातिवादी? जातिवादी होना कुछ लोगों के लिए सुविधाजनक है और बाकियों के लिए आफत. राजदीप अपनी कास्ट के दो मंत्री बनने से खुश हैं. उन्हें गर्व का एहसास हो रहा है. GSBs = गौड़ सारस्वत ब्राह्मण.राजदीप सरदेसाई का आज का ट्वी ट देखिए”।
वे यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, 'सेकुलर को कम्युनल पर प्यार आ गया, प्राइड आ गया, प्यार शाश्वत है, प्यार सारस्वत है'
जाहिर है तमाम लोग हैं, जो दिलीप मंडल की बात को उनके पेज पर सपोर्ट और लाइक कर रहे हैं। अब गेंद बाकी पब्लिक के पाले में हैं, राजदीप के उत्साह का समर्थन करे या दिलीप मंडल जी ने जो सवाल उठाए हैं उनके ट्वीट को लेकर उसको सपोर्ट करे। लेकिन इतना तय है कि मामला आगे जाकर और भी दिलचस्प हो सकता है। वैसे भी सारस्वत गोत्र ब्राह्मणों में आम गोत्र नहीं है, बल्कि रावण भी उसी गोत्र का था, इसलिए ब्रज क्षेत्र के सारस्वत सालों से रावण का पुतला दहन करने तक का विरोध करते आए हैं।
आखिर क्या था राजदीप सरदेसाई की इस ट्वीट में? उससे पहले आपको जानना होगा कि राजदीप सरदेसाई देश के एक महान क्रिकेटर दिलीप सरदेसाई के बेटे हैं और जाति से सारस्वत ब्राह्मण हैं। विकीपीडिया पर जो सारस्वत ब्राह्मण की लिस्ट दी गई है, उसमें जाति के प्रख्यात लोगों की लिस्ट भी दी गई है। उसमें इलेक्ट्रोनिक मीडिया के दिग्गज के तौर पर राजदीप सरदेसाई का नाम लिखा हुआ है। ये जाति का जिक्र क्यों? यही सवाल तो दिलीप मंडल ने अपने फेसबुक पेज पर उठाया है, काफी हद तक आपको वाजिब भी लगेगा। अगर ना भी लगे तो बहस का इश्यू तो है ही।
दरअसल हुआ यूं कि जब मोदी कैबिनेट का एक्सपेंशन हुआ और मनोहर पर्रिकर और सुरेश प्रभु समेत सारे मंत्रियों ने शपथ ले ली तो राजदीप सरदेसाई ने एक ट्वीट किया, आप भी पढ़िए, “Big day for my goa. Two GSBs, both talented politicians become full cabinet ministers. Saraswat pride!! @manoharparrikar and Suresh Prabhu.”। साफ था जितना वो गोवा के लिए खुश हैं, उससे ज्यादा उनको इस बात का गौरव है कि सारस्वतों का सम्मान बढ़ा है क्योंकि दो-दो सारस्वत ब्राह्मण मोदी की केबिनेट में मंत्री बने हैं। उनके जीएसबी का मतलब है गौड़ सारस्वत ब्राह्मण। इसके बाद ही उनके ट्वीट्स पर लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए, जिसके उन्हें आदत सी पड़ गई है,मोदी ब्रिगेड के वो निशाने पर पहले से रहे हैं। लेकिन अक्सर जातिवाद पर सवाल उठाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और राजदीप से पहले इंडिया टुडे ग्रुप से जुड़े रहे दिलीप मंडल ने सवाल उठाया तो बात ट्विटर से फेसबुक पर आ गई।
दिलीप मंडल ने लिखा है, “ सारस्वत ब्राह्मण कुल गौरव राजदीप हैप्पी क्यों हैं? ऐसा नहीं करके भी आप जातिवादी क्यों हैं? अभी एक कुशवाहा जी, या यादव जी,या जाटव जी, या कुर्मी जी, या जायसवाल जी राजदीप की तरह ऐसा मैसेज लिख दें तो.....हो जाएंगे कि नहीं जातिवादी? जातिवादी होना कुछ लोगों के लिए सुविधाजनक है और बाकियों के लिए आफत. राजदीप अपनी कास्ट के दो मंत्री बनने से खुश हैं. उन्हें गर्व का एहसास हो रहा है. GSBs = गौड़ सारस्वत ब्राह्मण.राजदीप सरदेसाई का आज का ट्वी ट देखिए”।
वे यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, 'सेकुलर को कम्युनल पर प्यार आ गया, प्राइड आ गया, प्यार शाश्वत है, प्यार सारस्वत है'
जाहिर है तमाम लोग हैं, जो दिलीप मंडल की बात को उनके पेज पर सपोर्ट और लाइक कर रहे हैं। अब गेंद बाकी पब्लिक के पाले में हैं, राजदीप के उत्साह का समर्थन करे या दिलीप मंडल जी ने जो सवाल उठाए हैं उनके ट्वीट को लेकर उसको सपोर्ट करे। लेकिन इतना तय है कि मामला आगे जाकर और भी दिलचस्प हो सकता है। वैसे भी सारस्वत गोत्र ब्राह्मणों में आम गोत्र नहीं है, बल्कि रावण भी उसी गोत्र का था, इसलिए ब्रज क्षेत्र के सारस्वत सालों से रावण का पुतला दहन करने तक का विरोध करते आए हैं।
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