शब्द
शब्द आओ मेरे पास,जो बुलायें, जाओ उनके पास भी
Sunday, 19 January 2014
चंद्रभाल सुकुमार
आपका कानून जंगल आपका
हर तरफ स्वागत-सुमंगल आपका।
द्रोपदी-सा देश नंगा हो रहा
सिर्फ संसद के लिए दल आपका।
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