Tuesday, 1 October 2013

लखनऊ में लगा है पुस्तक मेला


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इन दिनो राष्ट्रीय पुस्तक मेला लगा हुआ है। मोली महल वाटिका में 27 सितंबर से शुरू हुए 11वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में हिंदी और अंग्रेजी सहित्य- कविता, कहानियां, उपन्यास के साथ कॉमिक्स, वेद, उपनिषद्, पाककला, महान हस्तियों की आत्मकथाएं और जीवनियां एक ही छत की नीचे उपलब्ध हैं। सुबह नौ से रात नौ बजे तक चलने वाले इस पुस्तक मेले में बड़ी उत्सुकता से हर आयु-वर्ग के लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। दिनभर में करीब दस हजार का आगमन हो रहा है। प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। पुस्तक मेले की आयोजन समिति के अध्यक्ष देवराज अरोड़ा बताते हैं कि मेले में हर तरह की किताबें पसंद की जा रही हैं। मिसाइल मैन एवं पूर्व राष्ट्रपति एपी.जे.अब्दुल कलाम की लिखी प्रेरणादायक पुस्तकें- ‘भारत : अदम्य साहस’, ‘उग्रि की उड़ान’ और ‘भारत की आवाज’ तो सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। मेले में देशभर के तमाम प्रमुख पब्लिकेशंस के कुल 183 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें साहित्य, संस्कृति, कला, पुराण, वेद सहित हर विधा कि पुस्तकें उपलब्ध हैं। पुस्तकों के इस महाकुंभ में पांच रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक की किताबें मौजूद हैं। पुस्तक मेले में हर पुस्तक पर 10 प्रतिशत की छूट दी जा है। सात अक्टूबर तक चलने वाले इस पुस्तक मेले का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति ए पी.जे. अब्दुल कलाम ने किया। 

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