'The Hindu' अंग्रेजी अखबार इन दिनो हिंदूवादियों के निशाने पर है। इसकी वजह बताई गई है चार नबंबर को द हिंदू में छपी एक स्पेशल रिपोर्ट। उस खबर में बताया गया है कि 13 बड़े राज्यों में मुस्लिम मंत्रियों की संख्या केवल 16 परसेंट है और बीजेपी वाले राज्यों में तो हालत बहुत खराब है। बताया गया है कि कैसे महाराष्ट्र में अब 11 मुस्लिम विधायको में से 9 ही रह गए हैं। बीजेपी ने केवल एक मुस्लिम को टिकट दिया था, वो भी हार गया। पहले तीन मुस्लिम मंत्री थे, इस बार एक के होने के भी चांस नहीं हैं। हरियाणा में जहां पहले पांच मुस्लिम एमएलए और 1 मंत्री था, अब तीन ही मुस्लिम एमएलए हैं और मंत्री तो एक भी नहीं होगा क्योंकि बीजेपी ने दो मुस्लिमों को टिकट दिया था और दोनों ही हार गए। उसी तरह इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे छत्तीसगढ़,गोवा में कोई मुस्लिम एमएलए नहीं है, जबकि एमपी, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में केवल एक एक मुस्लिम एमएलए ही है। एक लाइन इस रिपोर्ट के ऊपर ही लिखी हुई है कि, ‘अगर ये ट्रेंड जारी रहता है, तो मुस्लिमों खास तौर पर यंगस्टर्स का भरोसा देश के इलेक्टोरल सिस्टम से उठ जाएगा’ ।
'The Hindu' की ये रिपोर्ट इस लिंक पर पढ़ी जा सकती हैं -
http://www.thehindu.com/news/national/muslims-fill-16-per-cent-of-ministerial-berths-in-13-big-states/article6564574.ece ।
एनडीटीवी की पत्रकार बरखा दत्त ने भी ट्वीट किया है कि बीजेपी शासित राज्यों में 151 विधायक हैं और केवल एक मुस्लिम मंत्री है। बरखा ने एनडीटीवी पर भी इस मुद्दे को उठाया।
अब जवाही हमला शुरू हो गया है। 'The Hindu' पर आरोप लगाया गया है कि इस अखबार के 136 सालों के इतिहास में एक भी मुस्लिम एडिटर क्यों नहीं हुआ? जी सुब्रह्ममण्यम से लेकर मालिनी पार्थसारथी तक, 1878 से 2014 तक आज तक‘द हिंदू’ ने कोई भी एडिटर मुस्लिम नहीं नियुक्त किया है। इतना ही नहीं द हिंदू के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी कोई मुस्लिम नहीं है। द हिंदू के पब्लिशर एन राम सीपीआई (एम) की स्टूडेट विंग एसएफआई के वाइस प्रेसिडेंट रह चुके हैं,इसलिए वो वामपंथी हैं और हमेशा से बीजेपी के खिलाफ रहे हैं, इसलिए ऐसी बातें फैला रहे हैं। विकीपीडिया से द हिंदू के अब तक के एडिटर्स की पूरी लिस्ट का प्रिट स्क्रीन निकालकर ट्वीट पर शेयर किया जा रहा है। (समाचार4मीडिया से साभार)
'The Hindu' की ये रिपोर्ट इस लिंक पर पढ़ी जा सकती हैं -
http://www.thehindu.com/news/national/muslims-fill-16-per-cent-of-ministerial-berths-in-13-big-states/article6564574.ece ।
एनडीटीवी की पत्रकार बरखा दत्त ने भी ट्वीट किया है कि बीजेपी शासित राज्यों में 151 विधायक हैं और केवल एक मुस्लिम मंत्री है। बरखा ने एनडीटीवी पर भी इस मुद्दे को उठाया।
अब जवाही हमला शुरू हो गया है। 'The Hindu' पर आरोप लगाया गया है कि इस अखबार के 136 सालों के इतिहास में एक भी मुस्लिम एडिटर क्यों नहीं हुआ? जी सुब्रह्ममण्यम से लेकर मालिनी पार्थसारथी तक, 1878 से 2014 तक आज तक‘द हिंदू’ ने कोई भी एडिटर मुस्लिम नहीं नियुक्त किया है। इतना ही नहीं द हिंदू के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी कोई मुस्लिम नहीं है। द हिंदू के पब्लिशर एन राम सीपीआई (एम) की स्टूडेट विंग एसएफआई के वाइस प्रेसिडेंट रह चुके हैं,इसलिए वो वामपंथी हैं और हमेशा से बीजेपी के खिलाफ रहे हैं, इसलिए ऐसी बातें फैला रहे हैं। विकीपीडिया से द हिंदू के अब तक के एडिटर्स की पूरी लिस्ट का प्रिट स्क्रीन निकालकर ट्वीट पर शेयर किया जा रहा है। (समाचार4मीडिया से साभार)
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