रूसी इंजीनियरों ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो किसी भी शब्द की तुक से तुक मिलाता शब्द खोज सकता है| उन्होंने इसका नाम रखा है “आय-दा-पुश्किन”, जिसका अर्थ है “वाह रे पुश्किन”| बात यह है कि रूसी महाकवि पुश्किन जब कविता लिखते हुए कोई बढ़िया पंक्ति बना लेते थे तो खुद अपने को कहा करते थे: “वाह रे पुश्किन”| यह रोबोट हर शब्द की ताल पर मुंह खोलता है और उसकी तुकबंदी में सोलह भाषाओं के शब्द पेश करता है| इसके अलावा उसे पुश्किन की 200 कविताएं “कंठस्थ” हैं और जब कोई व्यक्ति उसके पास आता है तो वह इनका “पाठ” करने लगता है|
अभी तो यह रोबोट कवि की आवक्ष मूर्ति की शक्ल का बनाया गया है, पर शीघ्र ही इसका चेहरा कवि से बहुत अधिक मिलता-जुलता बना दिया जाएगा और उसका चेहरा हाव-भाव भी व्यक्त करने लगेगा| इस रोबोट के रचयिता-दल ‘Robtronik.ru’ के प्रधान अन्तोन वसीलेवस्की ने बताया:
“दो हफ्ते पहले हमने 3D मॉडल तैयार कर लिया है| अब फैक्टरी में ढाँचे पर ऑप्टिक-फाइबर लगाया जा रहा है| यही रोबोट के “शरीर” की प्रमुख सामग्री है| बाल आदि बनाए जा रहे हैं|”
पुश्किन-रोबोट के निर्माताओं का कहना है कि यह सारा काम मोबाइल फोनों के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाने से शुरू हुआ| इस प्रोग्राम के बूते यह साधारण गैजट तुकबंदी ढूँढने में सहायक बन जाता है| यूज़र को बस उस शब्द का उच्चारण करना होता है जिसके लिए वह तुक मिलाना चाहता है, जवाब में फोन अपने डेटा-बेस से सभी विकल्प उसे सुना देता है|
“जब हमने यह तुकबंदी प्रोग्राम बना लिया तो हमने पुश्किन की कविता ‘मुझे याद है वह अद्भुत क्षण’ पर रूसी और अंग्रेज़ी भाषाओँ में एक वीडियो बनाने की सोची| हमारी कंपनी तो रूसी ही है सो हमें यह स्वाभाविक ही लगा कि हम सबसे मशहूर रूसी कवि पुश्किन की ही कविता लें”|
रोबोट-कवि के रचयिताओं का कहना है कि इसका सॉफ्टवेयर बाज़ार में ख़ासा सफल रहा है| संसार भर में इसके एक लाख से अधिक यूज़र हैं और रूस में तो इससे भी कई गुना अधिक हैं क्योंकि रूसी रूपांतर निश्शुल्क उपलब्ध है| अपने मित्रों, स्वजनों के जन्मदिन पर कोई कविता रचने के इच्छुक बड़ी खुशी से इसका फायदा उठाते हैं|
“पुश्किन की शक्ल में हम इस प्रोग्राम को, सॉफ्टवेयर को ऐसा ठोस रूप दे रहे हैं जिसमें इसे देखा जा सकता है| भले ही इसे एक मज़ाक समझिए, पर हमारे ख्याल में यह देश में रोबोट-तकनीक के विकास में एक और कदम है| दूसरी ओर इससे विदेशों में पुश्किन और उन्नीसवीं सदी के रूसी काव्य की लोकप्रियता बढ़ेगी| यों तो पुश्किन का नाम लोगों ने सुना हुआ है, लेकिन अगर हमारी योजना सफल रही तो उनकी लोकप्रियता कहीं अधिक बढ़ जाएगी|”
यह इलैक्ट्रोनिक कवि बाज़ार में उपलब्ध है – सिर्फ चार हज़ार डालर में|
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